Home बिज़नेस भारत की तेज़ तरक्की देख चीन-पाकिस्तान हो रहा हैरान

भारत की तेज़ तरक्की देख चीन-पाकिस्तान हो रहा हैरान

भारत की तेज़ तरक्की

भारत ने पिछले कुछ सालों में मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट के क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है। “मेक इन इंडिया” जैसी पहलों ने देश को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में मदद की है। भारत की तेज़ तरक्की देखकर चीन और पाकिस्तान जैसे देश हैरान हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि कैसे भारत ने मैन्युफैक्चरिंग से एक्सपोर्ट तक का सफर तय किया और दुनिया के सामने एक नई ताकत के रूप में उभरा।

भारत का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर: एक नजर

भारत का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पिछले एक दशक में 2x ग्रोथ दर्ज कर चुका है। सरकार की नीतियों और विदेशी निवेश (FDI) ने इस सेक्टर को नई ऊर्जा दी है। कुछ प्रमुख उद्योग जो भारत की ग्रोथ में योगदान दे रहे हैं | ऑटोमोबाइल सेक्टर             – भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटो मार्केट बन चुका है। इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग     – मोबाइल, सेमीकंडक्टर और EV बैटरी प्रोडक्शन में तेजी। फार्मास्युटिकल्स                  – भारत दुनिया की फार्मेसी बनकर उभरा है। टेक्सटाइल और गारमेंट्स       – हस्तशिल्प और रेडीमेड कपड़ों का बड़ा निर्यात।

भारत का एक्सपोर्ट ग्रोथ: चीन-पाकिस्तान के लिए चिंता

भारत का एक्सपोर्ट 2023-24 में $450 बिलियन को पार कर चुका है। यह ग्रोथ चीन और पाकिस्तान जैसे देशों के लिए चिंता का विषय बन गई है। कुछ प्रमुख एक्सपोर्ट सेक्टर: इंजीनियरिंग गुड्स (मशीनरी, ऑटो पार्ट्स) केमिकल्स और फार्मा डिजिटल सर्विसेज और आईटी एग्री प्रोडक्ट्स (चावल, मसाले) भारत बनाम चीन-पाकिस्तान: कौन आगे? पैरामीटर भारत चीन पाकिस्तान एक्सपोर्ट (2023) $450 बिलियन $3.5 ट्रिलियन $30 बिलियन मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 8.5% 5% 1.2% FDI इनफ्लो $85 बिलियन $180 बिलियन $2 बिलियन तालिका से साफ है कि भारत चीन से पीछे जरूर है, लेकिन ग्रोथ रेट के मामले में आगे है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इस मुकाबले में काफी पिछड़ी हुई है।

भारत की सफलता के पीछे की वजहें

मेक इन इंडिया और PLI स्कीम – सरकार ने मैन्युफैक्चरर्स को फायदा पहुंचाया। डिजिटल इंडिया और स्किल डेवलपमेंट – युवाओं को ट्रेनिंग देकर रोजगार बढ़ाया। ग्लोबल पार्टनरशिप – अमेरिका, यूरोप और UAE के साथ मजबूत व्यापार संबंध। इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट – नए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और पोर्ट्स का निर्माण।

चीन और पाकिस्तान पर क्या प्रभाव पड़ा?

चीन को अब भारत से कड़ी टक्कर मिल रही है, खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मा सेक्टर में। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही कमजोर है, और भारत की तरक्की ने उसकी चिंता बढ़ा दी है।

FAQs

Q1. भारत का एक्सपोर्ट कितना बढ़ा है? 2023-24 में भारत का एक्सपोर्ट $450 बिलियन को पार कर गया है, जो पिछले सालों की तुलना में बेहतर है। Q2. क्या भारत चीन को एक्सपोर्ट में पछाड़ पाएगा? अभी चीन का एक्सपोर्ट भारत से 7 गुना ज्यादा है, लेकिन भारत की ग्रोथ रेट तेज है। आने वाले 10-15 सालों में भारत चुनौती दे सकता है। Q3. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इतनी कमजोर क्यों है? पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता, FDI की कमी और इंडस्ट्रियल ग्रोथ न होने की वजह से अर्थव्यवस्था पिछड़ रही है।

निष्कर्ष

भारत ने मैन्युफैक्चरिंग से एक्सपोर्ट तक का सफर बहुत तेजी से तय किया है। चीन और पाकिस्तान जैसे देश अब भारत की तरक्की को लेकर चिंतित हैं। अगर यही ग्रोथ रेट बना रहा, तो भारत जल्द ही वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट लीडर बन सकता है।

 

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